Shodashi Secrets
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चत्वारिंशत्त्रिकोणे चतुरधिकसमे चक्रराजे लसन्तीं
रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।
॥ इति त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः सम्पूर्णं ॥
Worshippers of Shodashi find not merely substance prosperity and also spiritual liberation. Her grace is claimed to bestow the two worldly pleasures along with the implies to transcend them.
साशङ्कं साश्रुपातं सविनयकरुणं याचिता कामपत्न्या ।
चक्रेऽन्तर्दश-कोणकेऽति-विमले नाम्ना च रक्षा-करे ।
हव्यैः कव्यैश्च सर्वैः श्रुतिचयविहितैः कर्मभिः कर्मशीला
यदक्षरमहासूत्रप्रोतमेतज्जगत्त्रयम् ।
The legend of Goddess Tripura Sundari, often called Lalita, is marked by her epic battles versus forces of evil, epitomizing the Everlasting wrestle involving excellent and evil. Her tales are not only stories of website conquest but will also have deep philosophical and mythological importance.
हस्ते पाश-गदादि-शस्त्र-निचयं दीप्तं वहन्तीभिः
कर्त्री लोकस्य लीलाविलसितविधिना कारयित्री क्रियाणां
हादिः काद्यर्णतत्त्वा सुरपतिवरदा कामराजप्रदिष्टा ।
‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?
स्थेमानं प्रापयन्ती निजगुणविभवैः सर्वथा व्याप्य विश्वम् ।